काहा जाई काहा जाइतो हो –२
बदरी आकाश से दुर जाँहा कष्ट ना दुख
लौव देशमे सोनक शहर मे –२
१. जौन डगर नेङ्गटो काहा पुग्बो जानटो
सत्य डगर छोर के टु और डगर नेङ्गटो –२
कौन सत्य कौन झुठा हमन थाहा नाही हो
जाइटु जोन उ डगर काहा सम्म पुग्ना हो
बदरी आकाश से दुर जाँहा कष्ट ना दुख
लौव देशमे सोनक शहर मे –२
२. उँ ठाउमे पुगक लाग काका करे पर्ना हो ।
कत्रा चाही धन दौलत, पुजा केकर कर्ना हो –२
नाही चाही धन दौलत, नाही चाही पुजा पाठ
विश्वास करो येशूमे उ ठाउमे पुगक लाग
बदरी आकाश से दुर जाँहा कष्ट ना दुख
चलो उ देशमे सोनक शहर मे –२
बदरी आकाश से दुर जाँहा कष्ट ना दुख
लौव देशमे सोनक शहर मे –२
१. जौन डगर नेङ्गटो काहा पुग्बो जानटो
सत्य डगर छोर के टु और डगर नेङ्गटो –२
कौन सत्य कौन झुठा हमन थाहा नाही हो
जाइटु जोन उ डगर काहा सम्म पुग्ना हो
बदरी आकाश से दुर जाँहा कष्ट ना दुख
लौव देशमे सोनक शहर मे –२
२. उँ ठाउमे पुगक लाग काका करे पर्ना हो ।
कत्रा चाही धन दौलत, पुजा केकर कर्ना हो –२
नाही चाही धन दौलत, नाही चाही पुजा पाठ
विश्वास करो येशूमे उ ठाउमे पुगक लाग
बदरी आकाश से दुर जाँहा कष्ट ना दुख
चलो उ देशमे सोनक शहर मे –२
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